ट्रांस हिंडन। कुछ समय पहले तक वोट बैंक की सियासत की हावी रहती थी। हर दल का अपने कोर वोटरों पर ही ध्यान होता था, लेकिन पिछले कुछ समय से चुनावी समीकरण काफी बदले हैं। राजनीति के जानकारों का कहना है कि अब कोर वोटरों के साथ नए मतदाता जुटाना भी चुनावी तैयारी का हिस्सा है और जो यह समीकरण बैठा लेता है, उसी के सिर जीत का ताज सजता है।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए गाजियाबाद में मतदान से पहले प्रमुख प्रत्याशी पूरा जोर लगा रहे हैं। वोट बैंक की सियासत के साथ नए समीकरण भी तलाशे जा रहे हैं ताकि जीत सुनिश्चित की जा सके। हर वर्ग, जाति व धर्म के मतदाताओं तक पहुंचकर उन्हें टटोलने का प्रयास कर रहे हैं। हर पार्टी का अपना कोर वोटर है, जिसको लेकर वे आश्वस्त हैं। हालांकि कोर वोटरों से ही लगभग सभी प्रत्याशियों ने अपने प्रचार की शुरुआत की। उन्हें एहसास दिलाया कि वे हमेशा उनका साथ देते हैं तो हमारे लिए भी आप सबसे पहले हैं।
अल्पसंख्यकों से अतुल को आस
भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग की बात करें तो रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उनके विधानसभा क्षेत्र गाजियाबाद से जनसभा कर प्रचार की शुरुआत की और फिर पीएम नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके लिए रोड शो किया। इस बार राष्ट्रीय लोकदल भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहा है तो किसान व ग्रामीण क्षेत्र के वोट की भी आस उन्हें है। पिछले दिनों मुरादनगर में किसानों के पास पहुंचे तो अतुल गर्ग हरे रंग की पगड़ी में दिखे। पसोंडा, शहीद नगर, हिंडन विहार जैसे मुस्लिम बाहुल्य इलाके में हर बार भाजपा पिछड़ती है, लेकिन अतुल गर्ग रोजाना इन इलाकों के मतदाताओं से भी संपर्क कर रहे हैं। वादा किया जा रहा है कि वह स्थानीय हैं, उनके अपने हैं। इसलिए एक बार उन पर भरोसा जताएं।
डॉली युवा व महिलाओं को दे रहीं तरजीह
इंडिया गठबंधन की डॉली शर्मा इस चुनाव में खूब जोर-आजमाइश करती दिख रही हैं। गठबंधन के चलते कांग्रेस के साथ इस बार सपा का साथ भी उन्हें मिलेगा। गठबंधन के बाकी दल भले ही गाजियाबाद में सक्रिय न हों, लेकिन डॉली महिला व युवा मतदाताओं को साधने में जुटी हैं। कांग्रेस व सपा के कोर वोटर तक पहुंचने के साथ वह मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा व गिरिजाघर में जा रही हैं ताकि सर्वधर्म समभाव का संदेश दे सकें। महंगाई और महिला सुरक्षा के मुद्दे को लेकर महिला मतदाताओं और बेरोजगारी को युवाओं के सामने मुद्दा बनाकर अधिक से अधिक वोट जुटाने की कोशिश कर रही हैं।
नंदकिशोर को क्षत्रिय समाज से उम्मीद
बसपा के नंदकिशोर पुंडीर यूं तो पैराशूट कंडीडेट हैं, लेकिन वह गाजियाबाद की जनता को अपनेपन का एहसास कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। बसपा के दलित-मुस्लिम वोट बैंक के साथ वह क्षत्रिय समाज पर विशेष जोर दे रहे हैं। भाजपा के वीके सिंह का टिकट काटने के बाद उन्हें इस समाज से बड़ी उम्मीद है। अपनी पोस्ट में नाम के आगे ठाकुर लिख रहे हैं और समाज की बैठकों में शामिल होकर समर्थन मांग रहे हैं। नंदकिशोर की भी कोशिश यही है कि जीत के लिए वोट बैंक की सियासत के साथ कुछ नए समीकरण बैठाए जाएं।